विद्या में सफलता के लिए नित्य पढ़ें सरस्वती स्तोत्र यदि आप विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो कठिन परिश्रम , नियमित अभ्यास के साथ - २ निम्नलिखित सरस्वती स्तोत्र का भी नियमित एक बार पाठ करें। इस स्तोत्र के पाठ करने से बुद्धि तीव्र हो जाती है और एकाग्रता बढ़ जाती है जिसके फलस्वरूप आप परीक्षा में आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। इस स्तोत्र को किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के बुद्धवार से आरम्भ करके रोज एक बार पढ़ना चाहिए। दोहा : जनक जननि पदम् दुरज , निज मस्तक पर धारि। बन्दौ मातु सरस्वती बुद्धि बल दे दातारि ।। पूर्ण जगत में व्याप्त तब , महिमा अमित अनन्तु। राम सागर के पाप को , मातु तुहिं अब हन्तु ।। जय श्री सकल बुद्धि बल रासी , जय सर्वज्ञ अमर अविनाशी। जय जय जय वीणाकर धारी , करती सदा सुहंस सवारी ।। रूप चतुर्भुज धारी माता , सकल विश्व अन्दर विख्याता। जग में पाप बुद्धि जब होती , तबहिं धर्म की धीकी ज्योति ।। तबहिं मातु का निज अवतारा , पापहीन करती महि फारा। बाल्मीकि जी थे हत्यारा , तव ...